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क्या हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग छिपा है? गोविंद देवगिरी महाराज का बयान
NSNeha Sharma
Aug 05, 2025 16:35:22
Jaipur, Rajasthan
हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजने की आवश्यकता नहीं है लेकिन वह मिल जाता है-
गोविंद देवगिरी महाराज
हमें गर्व है राजस्थान के कालीबंगा शहर में जो 7000 ईसा पूर्व पुराना शहर मिला जो हिंदुत्व संस्कृति को दर्शाता है-
रविकुमार अय्यर
हमें स्व के भाव के प्रति राष्ट्रीय गौरव के भाव को जागना होगा-डॉ रमेश चंद्र अग्रवाल
जो धर्म की रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है-वासुदेव देवनानी
नेहा जोशी
स्लग -- JPR_BOOK_LAUNCH_R
जयपुर
एंकर --
हिंदू पुनरुत्थान पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम कांस्टीट्यूशन क्लब लाल कोठी में संपन्न हुआ, कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गयी ,,,
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी जी महाराज रहे, गोविंद गिरी जी ने कहा यह संघ के प्रचारक सच्चे सन्यासी है संघ के पूजनीय सरसंचालक डॉक्टर हेडगेवार जी ने ऐसा संघ खड़ा किया जहां प्रचारक जो सन्यासी के भांति ही अपना कार्य करते हैं समाज के लिए कार्य करने वाले ऐसे प्रन्यासी कहलाते हैं मैं कई देशों में गया लेकिन वापस लौटते समय मेरी आंखों में आंसू नहीं है लेकिन बाली और इंडोनेशिया से जब मैं लौटा तो वहां लोगों का प्रेम देखकर मेरी आंखों में आंसू झलक आए विदेशों में कृष्ण और अर्जुन की प्रतिमाएं और रूप देखने को मिला है गोविंद गिरी जी ने कहा कि देश आजाद होने के बाद भी कुछ काले अंग्रेजों ने इतिहास को मिटाने का काम पिछले वर्षो में कुछ लोगों ने किया। हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजने की आवश्यकता नहीं है लेकिन वह मिल जाता है,,,,पूर्व में संपूर्ण विश्व ही आर्य था संपूर्ण विश्व ही में विश्व हिंदू समाज बसा हुआ था।
यदि आप आने वाले समय में चाहते हैं कि जीवन हमारा सुखी कैसे हो तो एक बात ध्यान रखना हिंदू धर्म का ही प्रचार होना चाहिए हिंदू धर्म का विस्तार होना चाहिए और जैसे इंडोनेशिया में घर वापसी की एक पावन धरा इस प्रकार की घर वापसी का निरंतर ताता लगना चाहिए तभी यह संभव होगा।
बाइट -- गोविंद देवगिरी महाराज
बाइट -- वासुदेव देवनानी
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MSManish Sharma
FollowAug 06, 2025 13:19:19Aligarh, Uttar Pradesh:
*ब्रेकिंग — अलीगढ़*
*पैसे मांगना पड़ा महंगा, दबंगों ने व्यापारी को बीच सड़क पर पीटा, चेन-नगदी लूटकर फरार*
अलीगढ़: शहर के थाना देहली गेट क्षेत्र स्थित ADA कॉलोनी में दिनदहाड़े दबंगों की गुंडागर्दी सामने आई है। पैसे मांगने पर एक व्यापारी को बीच रास्ते में रोककर दबंगों ने बेरहमी से पीट दिया। वारदात क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
पीड़ित व्यापारी का आरोप है कि उसने दबंगों से अपनी बकाया रकम मांगी थी, जिसके बाद आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने उसे रास्ते में घेर लिया और बुरी तरह पीटने लगे। पिटाई के दौरान व्यापारी गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।
इतना ही नहीं, मारपीट करने के बाद दबंग व्यापारी की सोने की चेन और नगदी भी लूटकर मौके से फरार हो गए। घायल व्यापारी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। थाना देहली गेट पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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ASAVNISH SINGH
FollowAug 06, 2025 13:19:02Fatehpur, Uttar Pradesh:
Breaking-Fatehpur
*रोडवेज बस की टक्कर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मौत*
*हादसे की सूचना मिलने के बाद परिजनों में मचा कोहराम*
*हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने शव सड़क पर रखकर लगाया जाम*
*सूचना पर पहुंची पुलिस व तहसील के अधिकारी*
*काफी समझाने के बाद हटाया गया जाम*
*पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भेजा पोस्टमार्टम*
*तहसील में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था मृतक अशफाक*
*बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के शंकर नगर के समीप हुआ हादसा*
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SGSatpal Garg
FollowAug 06, 2025 13:18:50Patran, Punjab:
पातडा़ं से सतपाल गर्ग
स्टोरी। तीज का त्योहार: सावन की हरियाली में रचता है महिलाओं का उत्सव
शहर के औरतों और लड़कियों ने मिलकर तीज़ के त्योहार पर लगाईया रोणके, खुशीयों का किया साझा
ऐकर
सावन का महीना आते ही पंजाब की महिलाओं में हरियाली, रौनक और खुशियां छा जाती हैं। यह महीना सिर्फ मौसम को ही सुहावना नहीं बनाता, बल्कि मानव जीवन में उमंग, उत्साह और नई ऊर्जा का संचार करता है। तीज का त्योहार सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जिसे 'तीज दी तियां' भी कहा जाता है। जिस कों लेकर आज पातडंा़ शहर की औरतों और लड़कियों ने मिलकर निशा, किरणपाल कौर और प्रियांका के नेतृत्व में
एक निजी पैलेस में तीज़ पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिस में पंजाबी संस्कृति को दर्शाती बोली या पर खुब नाचते हुए खुशीयों का सांझा करते हुए तीज़ के त्योहार की महत्ता और पुरातन समय में मनाईं जाने वाले तीज़ के त्योहार पर आपने विचार साझे किए । महिलाओं ने मनोरंजक ढंग से विभिन्न पारंपरिक खेलों और नृत्य कार्यक्रमों का आयोजन कर इस त्योहार का भरपूर आनंद लिया और पंजाबी संस्कृति को बढ़ावा देने और विरासत को सहेजने के लिए चर्खा, पंखियां, फुलकारी, घाघरे, सजावटी परांदे आदि का प्रयोग कर रंग-बिरंगी सजावट की गई थी। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं और पंजाबी बोलियों पर थिरकती नज़र आईं।पुरानी परंपराएं और बदलता समाज आजकल की पीढ़ी में वह आत्मीयता और उल्लास कम होता जा रहा है। पुराने समय में इस महीने को खास महत्व प्राप्त था।
बाईट महिलाऐ
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AMAbhishek Mathur
FollowAug 06, 2025 13:17:37Hapur, Uttar Pradesh:
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां दिल्ली-लखनऊ हाईवे एनएच-9 पर एक अधिवक्ता की तेज रफ्तार वैगनआर कार हाईवे पर खड़े ट्रक से भिड़ गई. हादसे में कार सवार अधिवक्ता की मौके पर ही मौत हो गई. घटना से जुड़ा सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि अधिवक्ता की कार खड़े ट्रक में जोरदार तरीके से जा घुसी. फिलहाल, पुलिस ने मृतक अधिवक्ता के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले में जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार पिलखुवा थाना क्षेत्रान्तर्गत दिल्ली-लखनऊ हाईवे एनएच-9 पर शिवा ढ़ाबे के पास हाईवे किनारे एक ट्रक खड़ा हुआ था. तभी उसमें अचानक तेज रफ्तार वैगनआर कार जा घुसी. भिड़ंत इतनी भीषण थी कि कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि उसमें सवार व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और हादसे की जानकारी पुलिस को दी. सूचना मिलते ही थाना पिलखुवा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मृतक कार सवार की शिनाख्त अधिवक्ता नरेश तौमर निवासी निजामपुर, हापुड़ के रूप में की. बताया जा रहा है कि अधिवक्ता अपनी वैगनआर कार से बुधवार की सुबह गाजियाबाद से हापुड़ की ओर जा रहे थे. तभी अचानक नींद की झपकी आ जाने की वजह से उनकी कार खड़े ट्रक में घुस गई. फिलहाल, पुलिस ने मृतक अधिवक्ता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं, अधिवक्ता की मौत से परिवारीजनों में कोहराम मचा हुआ है.
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ASAkash Sharma
FollowAug 06, 2025 13:17:30Fazalpur, Uttar Pradesh:
ब्रेकिंग....
मुरादाबाद के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाची को बुलाकर की मुलाक़ात,
भीड़ मे खड़ी वाची और उसके परिवार कों मुख्यमंत्री ने भाषण ख़त्म होने के बाद मंच पर बुलाया,
वाची ने मुख्यमंत्री कों Thank you Yogi Ji लिखा पेपर दिया,
ज्ञात हो वाची ने मुख्यमंत्री योगी से लखनऊ जाकर मुलाक़ात कर RTE मे नंबर आने के बाद भी एडमिशन ना करने की करी थी शिकायत,
मुख्यमंत्री योगी के आदेश पर वाची का मुरादाबाद के C.L. Gupta world school मे हुआ था एडमिशन।
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद वाची और उसके परिवार ने जताई ख़ुशी।
बाइट :- वाची।
बाइट :- प्राची, वाची की माँ।
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KLKANHAIYA LAL SHARMA
FollowAug 06, 2025 13:17:03Mathura, Uttar Pradesh:
भारतीय किसान यूनियन का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, खाद और जलभराव की समस्या से किसान परेशान
मथुरा, ]: भारतीय किसान यूनियन (भानुगुट) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को मथुरा कलेक्ट्रेट पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन किसानों की दो प्रमुख समस्याओं - खाद की कमी और खेतों में जलभराव - के समाधान की मांग को लेकर किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और अपनी समस्याओं के तत्काल समाधान की मांग की।
किसानों ने आरोप लगाया कि लगातार हो रही बारिश के कारण उनके खेतों में पानी भर गया है, जिससे खड़ी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। इसके अलावा, किसान खाद के लिए भी दर-दर भटकने को मजबूर हैं, लेकिन उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। किसान नेताओं ने 11 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें इन दोनों समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार की तरफ से किसानों को न तो कोई मदद मिल रही है और न ही उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे इससे भी बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन के दौरान, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। किसानों ने साफ कर दिया है कि वे अपनी मांगों को पूरा होने तक पीछे नहीं हटेंगे।
बाइट-रविकांत अग्रवाल
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RKRupesh Kumar
FollowAug 06, 2025 13:16:42Betul, Madhya Pradesh:
एंकर - बैतूल जिले में ताप्ती नदी पर बन रहा मेंढ़ा जलाशय एक तरफ़ विकास की तस्वीर दिखा रहा है,लेकिन दूसरी ओर इसके पीछे छिपी एक कड़वी सच्चाई है,एक ऐसी सच्चाई जो सैकड़ों आदिवासी किसानों की जिंदगी उजाड़ चुकी है। जी मीडिया की टीम जब मौके पर पहुंची,तो किसानों की पीड़ा और प्रशासन की अनदेखी,दोनों ही साफ नजर आई। देखिए हमारे संवाददाता की ये ग्राउंड रिपोर्ट। बैतूल जिले का गाढ़वा गांव,जहां ताप्ती नदी से लगी उपजाऊ जमीन कभी सैकड़ों आदिवासी परिवारों के लिए जीवन का आधार थी,लेकिन अब यहां सिर्फ़ पत्थर,कीचड़ और बर्बादी की कहानी है। दरअसल ताप्ती नदी पर मेंढ़ा जलाशय का निर्माण कर रही ठेका कंपनी ने निर्माण के दौरान लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं। बाढ़ के पानी की निकासी के लिए गलत दिशा बनाई गई और उसी से बह गया किसानों का सब कुछ। गाढ़वा गांव के इन आदिवासी किसानों की शिकायत है कि ठेकेदार की मनमानी और प्रशासन की चुप्पी ने उन्हें बर्बादी की कगार पर ला खड़ा किया है। बीते तीन साल से मुआवजे की गुहार लगाते लगाते अब तो थक चुके हैं ये लोग। जो पहले उपजाऊ खेत हुआ करते थे,लेकिन अब यहां सिर्फ पत्थर और बंजर मिट्टी बची है। सैकड़ों आदिवासी किसानों की ये जमीन बाढ़ के पानी में बह चुकी है और इनका एक ही सवाल है,क्या हमें इंसाफ मिलेगा। अब किसान कह रहे हैं कि अगर उन्हें मुआवजा नहीं मिला,तो वे ताप्ती नदी में जल समाधि लेने को मजबूर होंगे। विकास के नाम पर उजड़ी ज़िंदगियां और बहता इंसाफ,बैतूल के गाड़वा गांव की ये कहानी सिस्टम की संवेदनहीनता की पोल खोलती है। अब देखना ये है कि कब तक ये किसान सिर्फ़ आश्वासन पर जिंदा रहेंगे। गाढ़वा गांव के आदिवासी अब सिर्फ़ अपनी ज़मीन नहीं,बल्कि अपने हक़ और इज्ज़त की लड़ाई लड़ रहे हैं। जी मीडिया प्रशासन से अपील करता है कि इन किसानों को जल्द से जल्द न्याय मिले,क्योंकि इंसाफ की देरी अन्याय से कम नहीं होती।
बाइट-अनीता पटेल,डिप्टी कलेक्टर बैतूल
WT -RUPESH MANSURE ZEE MEDIA BETUL
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VKVIJAY KUMAR
FollowAug 06, 2025 13:16:33Sirsa, Haryana:
एंकर रीड -पिछले 8 साल से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद सिरसा डेरा
सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर से परोल पर 40 दिनों
के लिए जेल से बाहर है और ये 40 दिन वो सिरसा के डेरा में रहेगा। बता दे
कि इससे पहले भी डेरा प्रमुख को 14 बार पेरोल और फरलो मिल चुकी है जिसमे
इस साल वो 2 बार पहले भी सिरसा डेरे में ही रहा है, पहले 10 दिनों के लिए
उसके बाद 21 दिन की फरलो पर भी सिरसा में ही रहा था,और अब 40 दिनों के
लिए एक बार फिर से डेरा सच्चा सौदा सिरसा में रहेगा । रोहतक की सुनारिया
जेल से आज सुबह तकरीबन 7 बजे डेरा प्रमुख को बाहर निकाला गया और वो
तकरीबन 9 बजे सिरसा डेरा में पहुंचा।डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने
15 अगस्त 2017 को अपना 50 वां जन्मदिन डेरा सिरसा में ही मनाया था ।
इसके बाद पंचकुला की विशेष सीबीआई कोर्ट में साध्वी यौन शोषण मामले की
सुनवाई के बाद 25 अगस्त 2017 को गुरमीत राम रहीम सिंह को साध्वी यौन शोषण
मामले में दोषी ठहराया गया इसके बाद 28 अगस्त 2017 को गुरमीत राम रहीम को
साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 20 साल की
सजा सुनाई ।अदालत के सजा सुनाने के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा
समर्थकों की तरफ से काफी उत्पात भी मचाया गया । अब डेरा प्रमुख मंगलवार 5
अगस्त को डेरा में 40 दिन की पैरोल पर पहुंचा है और करीब 8 साल बाद वो
सिरसा डेरा में अपना 58वां जन्मदिन मनाएगा।डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम
को इस तरह बार बार पेरोल और फरलो दिए जाने पर सिरसा के पत्रकार रहे
रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने प्रतिक्रिया दी है।
वी ओ -मीडिया से बातचीत में अंशुल छत्रपति ने कहा कि उन्होंने इसपर अपनी
प्रतिक्रिया देनी बंद कर रखी थी क्युकी उन्हें लगता था कि ये सरकार और
प्रशासन की रूटीन की बेशर्मी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि चूँकि अब हालात
थोड़े अलग हैं क्युकी पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में रामचंद्र छत्रपति
हत्याकांड में अपील पर सुनवाई जारी है वहीं 400 साधुओं को नपुंसक बनाये
जाने के मामले में भी ट्रायल शुरू हो चूका है इस लिए इन परिस्थितियों में
इस तरह के जघन्य अपराधी को बाहर लाना किसी भी तरह से पीड़ितों और गवाहों
के लिए सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि वो इस मामले को लेकर पंजाब
हरियाणा हाईकोर्ट में गुहार लगाएंगे कि जब तक ये सुनवाइयां चल रही हैं तब
तक गुरमीत राम रहीम की पेरोल रद्द कर इसे वापिस सलाखों के पीछे भेजा जाए
और जब तक इन मामलो का ट्रायल खत्म नहीं होता इसकी पेरोल पर रोक लगाई जाये
।
बाइट -अंशुल छत्रपति
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KSKamal Solanki
FollowAug 06, 2025 13:15:54Dhar, Madhya Pradesh:
स्लग :- ज्वेलरी दुकान में चोरी
एंकर:- धार जिले के धामनोद क्षेत्र में चोर-लुटेरों का आतंक एक बार फिर सामने आया है। लगातार हो रही वारदातों के बीच बीती रात एक और बड़ी चोरी की घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
वीओ :- धामनोद के पुराने बस स्टैंड के पास स्थित यशोदा मार्केट में 'मंगलम ज्वेलर्स' नामक सोने-चांदी की दुकान में बीती रात अज्ञात बदमाशों ने सेंध लगाई। चार की संख्या में आए बदमाश दुकान के पीछे से घुसे और करीब 15 लाख रुपए के सोने-चांदी व आर्टिफिशियल ज्वेलरी चुरा ले गए...... चार चोर भागते हुए CCTV में कैद हुए है.......इससे पहले कुछ दिनों पूर्व खाटू श्याम मंदिर से 25 लाख की चोरी और हाईवे पर लूट की घटनाएं भी क्षेत्र में दहशत फैला चुकी हैं......
वीओ :- घटना की जानकारी मिलते ही धामनोद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है।"
बाइट :- विजय डावर ASP धार
धामनोद में यह पहली बार नहीं है, आए दिन चोरी हो रही है... सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है....... व्यापारियों में डर का माहौल है।" लगातार हो रही इन वारदातों ने न सिर्फ व्यापारियों को बल्कि आम जनता को भी दहशत में डाल दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस इन चोरों पर कब तक लगाम लगाती है.....
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PSPradeep Soni
FollowAug 06, 2025 13:15:38Jaipur, Rajasthan:
चौमूं जयपुर
कालाडेरा SHO बाबुलाल मीणा की बड़ी कार्रवाई
गौवंश की तस्करी करने के मामले का खुलासा पुलिस ने तस्करी करने के मामले में आरोपी को किया गिरफ्तार
आरोपी प्रकाश चंद महावर को किया गिरफ्तार
आरोपी के कब्जे से तीन गौवंशो को करवाया मुक्त
वारदात के काम लिया गया वाहन किया जब्त
एंकर-कालाडेरा थाना पुलिस ने गौवंश तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। SHO बाबुलाल मीणा के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने तस्करी के लिए उपयोग में लिए जा रहे वाहन को भी जब्त कर लिया है। आरोपी प्रकाश चंद महावर को पकड़कर उसके कब्जे से तीन गौवंशों को मुक्त करवाया गया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक वाहन में अवैध रूप से गौवंशों को भरकर तस्करी की जा रही है, जिस पर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन को रोका और तलाशी के दौरान तस्करी का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गौवंश संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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MKMUKESH KUMAR
FollowAug 06, 2025 13:15:37Darbhanga, Bihar:
slug_दरभंगा पहुँचे तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने का दिया आशीर्वाद, कहा भले हमको पार्टी से निकाल कर अलग छोड़ दे ये अलग बात, मुख्यमंत्री बने हमारा है आशीर्वाद
anchor_ बिहार के दरभंगा पहुंचे लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बिहार का मुख्यमंत्री बने। हमारा आशीर्वाद है। भले ही वो लोग हमको पार्टी से निकाल कर अलग छोड़ दे अलग बात है। वही नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में चारो तरफ अपराध का बोलबाला है। अपराध के कारण चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है। इस बार के चुनाव में NDA सरकार का जाना तय है।
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तेज प्रताप यादव, विधायक सह लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र
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PSParmeshwar Singh
FollowAug 06, 2025 13:15:09Sheopur, Madhya Pradesh:
श्योपुर में अपराधियों के हौसले बुलंद बुजुर्ग महिला के कानों से तोड़ ले गया बालियां, कोतवाली थाने के पीछे की वारदात महिला जिला अस्पताल में भर्ती मुंह भी दबाया, लगातार बढ़ रही महिलाओं से स्नेचिंग की वारदात
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KHKHALID HUSSAIN
FollowAug 06, 2025 13:05:59Kulgam, :
( TVU 9 )
EXCLUSIVE
ऑपरेशन अखल अपने छठे दिन में प्रवेश कर गया है, एक बड़ा ठिकाना मिला।
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम घने अखल वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद लगातार आतंकवादियों को निशाना बना रही है।
छठे दिन सुरक्षा बलों को अखल जंगल में एक महत्वपूर्ण आतंकवादी ठिकाने का पता लगाने में बड़ी सफलता मिली, जहाँ संभवतः रसद और उपकरण मौजूद थे, जो एक सुसज्जित आतंकवादी उपस्थिति का संकेत देता है। यह ठिकाना घने अखल जंगल में स्थित था, जो प्राकृतिक आड़ प्रदान करता था, जिससे यह आतंकवादियों के लिए छिपे हुए ठिकाने स्थापित करने के लिए एक आदर्श स्थान बन गया।
ऑपरेशन अखल, अब एक तकनीकी आतंकवाद विरोधी अभियान में बदल गया है, जिसमें सुरक्षा बल जमीनी बलों के संयुक्त प्रयासों का समर्थन करने के लिए उन्नत आधुनिक निगरानी तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। दिन भर रुक-रुक कर और तीव्र गोलीबारी और विस्फोटों की सूचना मिली, जिसमें रात भर गोलीबारी और कभी-कभार विस्फोट भी शामिल हैं। ऑपरेशन में शामिल सभी बलों के लगभग 1500 जवानों ने 8 किलोमीटर के वन क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है और छिपे हुए आतंकवादी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक 3 आतंकवादी मारे गए हैं, लेकिन आधिकारिक पुष्टि केवल एक आतंकवादी के मारे जाने की है और उसका शव भी बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा, 6 जवान घायल हैं और सभी की हालत स्थिर है।
डब्ल्यूटी खालिद हुसैन
जम्मू-कश्मीर के जंगल पिछले 4 सालों से आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह माने जाते रहे हैं, जहाँ उन्होंने अपने पक्के ठिकाने बना लिए थे। हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी समूहों ने अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव किया है और अपने अभियानों के लिए जंगली और पहाड़ी इलाकों का इस्तेमाल तेज़ी से कर रहे हैं। यह सब अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण और उसके बाद आतंकवाद विरोधी अभियानों में तेज़ी के बाद हुआ है, जिसने आतंकवादी नेटवर्क और उसके तंत्र को तहस-नहस कर दिया है।
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा लगातार आतंकवाद विरोधी अभियानों ने शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में पारंपरिक आतंकवादी नेटवर्क को तहस-नहस कर दिया है। इससे आतंकवादियों को पता लगने और उन्हें बेअसर करने से बचने के लिए दूरदराज के जंगली इलाकों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
घने जंगलों की प्राकृतिक आड़, उन्नत हथियारों और गुरिल्ला रणनीति के बल पर, लश्कर, जैश, हिजबुल मुजाहिदीन और टीआरएफ जैसे समूह स्थानीय समर्थन में गिरावट और सुरक्षा प्रयासों में तेज़ी के बावजूद अपने अभियानों को जारी रखने का लक्ष्य रखते हैं। खुफिया रिपोर्टों से स्थानीय भर्ती में उल्लेखनीय गिरावट का संकेत मिलता है, 2025 में केवल चार स्थानीय आतंकवादी आतंकवादी समूहों में शामिल होंगे। इसने आतंकवादी समूहों को पाकिस्तानी नागरिकों पर अधिक निर्भर होने के लिए प्रेरित किया है, जो अक्सर युद्ध में अनुभवी और गुरिल्ला युद्ध के लिए प्रशिक्षित होते हैं, जिससे जंगली इलाके उनके अभियानों के लिए एक रणनीतिक विकल्प बन गए हैं। पिछले चार वर्षों से, जंगल में छिपे इन इलाकों ने कई बड़े आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है।
लेकिन अब हाल ही में किए गए आतंकवाद विरोधी अभियानों से संकेत मिलता है कि सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों में आतंकवाद विरोधी अभियानों की ओर रुख कर रहे हैं। सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया का एक प्रमुख उदाहरण। श्रीनगर के पास दाचीगाम के जंगलों में चलाए गए अभियान में तीन आतंकवादी मारे गए।
अरागाम वन क्षेत्र में दो आतंकवादी मारे गए। सुरक्षा बलों ने लोलाब जंगल में एक जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल को निष्क्रिय कर दिया, जिससे आईईडी बनाने की सामग्री और रात्रि-दर्शन उपकरण बरामद हुए।
जनवरी 2025 से अब तक, जंगल-आधारित अभियानों में 40 से ज़्यादा आतंकवादी मारे जा चुके हैं, जिनमें से 15 मुठभेड़ें अकेले जम्मू क्षेत्र में, खासकर डोडा, किश्तवाड़ और उधमपुर के जंगलों में हुई हैं। पिछले दो महीनों में कश्मीर के जंगलों में ऑपरेशन महादेव, ऑपरेशन शिव शक्ति और अब चल रहे ऑपरेशन अकाल जैसे कुछ बड़े ऑपरेशन किए गए हैं।
सुरक्षा बलों ने जंगल-आधारित ख़तरे का मुक़ाबला करने के लिए अपने तरीक़े में बदलाव किया है। थर्मल इमेजिंग और नाइट-विज़न क्षमताओं वाले उच्च-ऊंचाई वाले ड्रोन तैनात किए गए हैं। बैसरन घाटी और पीर पंजाल पर्वतमाला, दाचीगाम और शमसावारी जैसे जंगली इलाकों में आतंकवादियों के रास्तों पर नज़र रखने के लिए सैटेलाइट इमेजरी। सैटेलाइट फ़ोन सिग्नलों का पता लगाने के लिए संचार पैटर्न का
आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI)-की मदद ली जा रही है। और सेना पैरा कमांडो और कोबरा बटालियन की तैनाती, पुलिस के एसओजी को जंगल युद्ध के लिए प्रशिक्षित किया गया जाना ज़ाहिर करता है कि जंगलों में अब आतंकियों की खैर नई।
ऑपरेशन अखल जिस तरह से चलाया जा रहा है, उससे पता चलता है कि सुरक्षा बल अब जम्मू-कश्मीर के जंगलों में छिपे आतंकवादियों और उनके ठिकानों का सफाया करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ऑपरेशन अखल लगभग 1500 सैनिकों द्वारा चलाया जाता है, जिनमें 650 सेना और बाकी पुलिस व सीआरपीएफ के जवान शामिल हैं। इनमें पैरा कमांडो, सेना की राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ शामिल हैं। ये सभी जवान जंगल युद्ध में उच्च प्रशिक्षित हैं और नवीनतम अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं।
भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में अभियानों के लिए आधुनिक शस्त्रागार के रूप में 7.62 मिमी नेगेव एलएमजी (इज़राइल निर्मित) के साथ एलएमजी भी रखती है।
असॉल्ट राइफलें: ऑपरेशन अखल के हालिया अभियानों में AK-203 (भारत में निर्मित, रूसी डिज़ाइन पर आधारित) का इस्तेमाल किया गया है।
चुनौतीपूर्ण इलाकों में गढ़वाले या छिपे हुए आतंकवादी ठिकानों पर हमला करने के लिए रॉकेट लॉन्चर और यूबीजीएल का इस्तेमाल किया गया है।
एसओजी एके-पैटर्न राइफलों का इस्तेमाल करता है, जैसे बुल्गारिया के एकेएम या एके-47 वेरिएंट, एआर-एम1, रोमानियाई पीएम एमडी. 90। एसओजी इकाइयाँ अक्सर 9 मिमी पिस्तौल या सबमशीन गन जैसे स्टर्लिंग एसएमजी या नजदीकी मुकाबले के लिए घरेलू रूप से निर्मित वेरिएंट ले जाती हैं।
एसओजी की तरह, सीआरपीएफ इकाइयाँ अक्सर एकेएम या अन्य एके वेरिएंट का इस्तेमाल करती हैं, जो आतंकवाद-रोधी अभियानों के लिए विश्वसनीय हैं।
ऑपरेशन में अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिक साको टीआरजी 42, स्नाइपर राइफल, एसआईजी716आई राइफल, नेगेव एनजी7, 5.56 मिमी इंसास राइफल का इस्तेमाल कर रही है।
बुलेटप्रूफ जैकेट और बख्तरबंद ट्रूप कैरियर उन्नत सुरक्षात्मक उपकरण और वाहन हैं, जो अकाल जैसे घेराबंदी और तलाशी अभियानों में उनकी भूमिका को मजबूत करते हैं क्योंकि ये कठिन चट्टानी और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में चढ़कर सैनिकों को सुरक्षित रख सकते हैं का इस्तेमाल हो रहा है।
जंगल युद्ध में जमीनी बलों की मदद करने वाला एक और बड़ा सहारा निगरानी की नवीनतम तकनीक है, जिसका इस्तेमाल ऑपरेशन अकाल में किया जा रहा है।
भारतीय सेना ने निगरानी और युद्ध सहायता के लिए एचएएल रुद्र अटैक हेलीकॉप्टर तैनात किया है। यह उन्नत निगरानी और लक्ष्यीकरण प्रणालियों से लैस है। यह घने अखल जंगल जैसी कम दृश्यता वाली परिस्थितियों में भी, कर्मियों या उपकरणों के ताप संकेतों का पता लगाने के लिए उच्च-रिज़ॉल्यूशन थर्मल इमेजिंग प्रदान करता है। ये कैमरे निरंतर निगरानी को सक्षम बनाते हैं, जिससे दिन और रात दोनों ही अभियानों के दौरान स्पष्ट दृश्य प्राप्त होते हैं। हेलीकॉप्टर की लक्ष्यीकरण प्रणालियों के साथ एकीकृत, यह इंटरफ़ेस लक्ष्यों का पता लगाने और उन पर निशाना साधने की क्षमता को बढ़ाता है। इज़राइल के एल्बिट सिस्टम्स द्वारा विकसित रुद्र का इलेक्ट्रो-ऑप्टिक पॉड, चलते वाहनों या कर्मियों सहित लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है।
ड्रोन के अलावा, हेक्साकॉप्टर का उपयोग वास्तविक समय में हवाई निगरानी के लिए किया जा रहा है, जो घने अखल वन क्षेत्र की ऊपरी तस्वीरें प्रदान करके आतंकवादियों की गतिविधियों पर नज़र रखने और उनके ठिकानों की पहचान करने में मदद करते हैं। एफपीवी ड्रोन, जो ज़मीनी बलों को लाइव वीडियो फ़ीड प्रदान करते हैं, परिचालन क्षेत्र की सटीक निगरानी करने और घेराबंदी व तलाशी अभियानों के दौरान स्थितिजन्य जागरूकता बढ़ाने में सक्षम बनाते हैं।
थर्मल इमेजर, जो कम दृश्यता वाली परिस्थितियों में, जैसे कि अखल के जंगली इलाकों में, विशेष रूप से रात्रि अभियानों के दौरान, आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ऊष्मा संकेतों का पता लगाते हैं।
भारतीय सेना और सीआरपीएफ नज़दीकी मुठभेड़ों के दौरान निगरानी बढ़ाने के लिए राइफलों पर लगे नाइट-विज़न गॉगल्स और थर्मल स्कोप का उपयोग करते हैं।
वन क्षेत्र में सीआरपीएफ कैंप से डब्ल्यूटी।
ऑपरेशन अखल को इस वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण आतंकवाद विरोधी अभियान माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य न केवल उन आतंकवादियों को मारना है जिनके बारे में सुरक्षा बलों को जानकारी थी, बल्कि उन घने जंगलों में एक बड़ा तलाशी अभियान चलाना और आतंकवादियों के स्थायी ठिकानों को नष्ट करना है, जिससे उनकी जंगल में छिपने की तकनीक बाधित होगी और उन्हें नीचे आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और उनका सफाया हो जाएगा।
ख़ालिद हुसैन
ज़ी मीडिया कश्मीर
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RDRAJKUMAR DIXIT
FollowAug 06, 2025 13:05:31Sitapur, Uttar Pradesh:
ANCHOR –यूपी के सीतापुर में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें लड़का ने लड़की को जमकर पीट रहा है। इतना ही नहीं लड़की को जूतों से एक लड़का मारता हुआ दिखाई दे रहा है वहीं विशेष समुदाय का दूसरा लड़का मोबाइल से वीडियो बना रहा है। आपको बता दे की लड़की रहम की भीख मांग रही है और कह रही है मारो मत। लेकिन युवक बिना बात सुने लड़की को बराबर पीटता चला जा रहा है लड़का किसी का नंबर मांग रहा है। यह पूरा मामला तंबौर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। आपको बता दे कि जो लड़का रोहित लड़की को पीट रहा और लड़की गिड़गिड़ा रही है वही दूसरा लड़का विशेष समुदाय का वीडियो बना रहा है। लड़की को जूतों से और पानी में डुबो डुबोकर पीटता हुआ नजर आ रहा है।
VIS...
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PSPRABHAM SRIVASTAVA
FollowAug 06, 2025 13:05:25Allauddianpur, Uttar Pradesh:
कन्नौज ब्रेकिंग
गंगा के किनारे गांवों का प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी का दौरा, अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से हुई मुलाकात।
जल स्तर बढ़ने से पहले गांव में बचाव और राहत के इंतजामों को लेकर निर्देश दिए हैं।
निरीक्षण के दौरान डीएम एसपी समेत कई अधिकारी रहे मौजूद।
प्रभारी मंत्री रजनी तिवारी ने देखा गंगा का जल स्तर।
डिंपल पर टिप्पणी मामले में सांसद अखिलेश यादव की चुप्पी पर मंत्री ने खड़े किए सवाल।
बाइट - रजनी तिवारी, प्रभारी मंत्री
ओपन क्लोजिंग पीटीसी
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